Wednesday, March 10, 2010

विद्यार्थियों की आत्महत्या

सभी स्तर के विद्यार्थी आत्महत्या क्यों कर रहे है?
1. वर्त्तमान शिक्षा व्यवस्था
2. वर्त्तमान परीक्षा पद्धति
3. अभिभावक का अपने बालकों से अति अपेक्षा
4. अस्वस्थ स्पर्धा
5. अभिभावकों की अपने बच्चों के प्रति समाधीनता



आप से अच्छे सूझावों की अपेक्षा है………।






2 comments:

  1. प्रिय कोठारी,
    स्प्रेम नमस्कार
    जैसा आपसे पहले भी कह चुका हूँ कि एक तो सबसे पहले शिक्षा के माध्यम को स्वभाषा के लिये राजनेताओं और सत्ताधारी वैज्ञानोकों एवम शिक्षकों से चर्चा की जाय कि इस अंग्रेजी की गुलामी से देश का कितना बडा नुकसान हो रहा है. देश सदा सदा के लिये गुलाम हो रहा है और जन -जन को समान अवसर प्राप्त नहीं हो रहे हैं. देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिये देश के संसाधनों पर अधारित शोध होना चाहिए. इसके लिये जन जन तक ज्ञान विज्ञान स्वभाषा में पहुँचाना आवश्यक है. यह तब ही सम्भव है जब उच्च से उच्च शिक्षा का माध्यम स्वभाषा हो
    आपका
    डॉ विजय भार्गव

    ReplyDelete
  2. saredhey,atul kothari ji.
    pranam,
    desh ke andar jitne prakar ki samshya hai,uske liye jimedar hai hamari vartman shiksha pdhaiti,jab tak es angrejiyat shiksha prannali ko samapat nahi kiya jata tab tak desh ki yooya shakti ke sath hi aam nagrik ka desh ke prati sawavhiman nahi jagega. apni pidhi ko desh ke itihash v virasht ko batlali ki aavshayakta hai.
    aapka rajesh

    ReplyDelete